
मैं कौन हूँ? (23)
रमण महर्षि के उपदेश
ॐ नमो भगवते श्रीरमणाय
मैं कौन हूँ?
23. क्या मुमुक्षु के लिए शास्त्र पढ़ना उपयोगी है?
सभी शास्त्र कहते हैं कि मुक्ति पाने के लिए मन को निग्रहित करना चाहिए; इसलिए उनके उपदेशों का सार है कि मन को शान्त करना चाहिए; एक बार इसे समझ लेने पर अत्यधिक अध्ययन की कोई आवश्यकता नहीं है। मन को स्थिर करने के लिए हमें अपने स्वयं के भीतर, मात्र अन्वेषण करना चाहिए कि हमारा ‘स्वरूप क्या है; यह अन्वेषण शास्त्रों में कैसे किया जा सकता है?
अपने स्वयं की ज्ञानदृष्टि से, अपने आत्मा को जानना चाहिए। ‘स्वरूप’ पंचकोशों के भीतर है। किन्तु शास्त्र उनके बाहर हैं। चूँकि अपने ‘स्वरूप’ का अन्वेषण पंचकोशों के निरस्तीकरण से करना है, इसलिए इसे शास्त्रों में खोजना व्यर्थ है। एक समय आएगा, जब हमें अपनी समस्त सीखी हुई चीज़ों को भूलना होगा।
मैं कौन हूँ? (23)