उपदेश सारम – रमण महर्षि की शिक्षाएँ – 1 से 3 रमण महर्षि: शिक्षाओं का सार संस्कृत छंद, अंग्रेजी अर्थ और हिंदी अनुवाद उपदेश सारम – रमणा 1 कर्तुराज्ञया प्राप्यते फलं | कर्म किं परं कर्म तज्जडम || kartur ājñyayā prāpyate phalaṃ karma kiṃ paraṃ karma tajjaḍam Karma must ever yield its proper fruit, […]
You are browsing archives for